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Hydroxychloroquine एक गेम चेंजर दवा ?
सूचना- इस वीडियो में बताएं गए दवाओं के नाम एजुकेशन के लिए है ना कि मेडिकल यूज के लिए अर्थात बताए गए दवाओं का उपयोग स्वयं से कभी ना करें !
- अमेरिका में कोरोना वायरस का सर्वाधिक घातक प्रभाव इस समय दिखाई दे रहा है जहां प्रत्येक दिन लगभग 10 हजार लोग संक्रमित हो रहे हैं ! यहां इस बीमारी की चपेट में लगभग 340000 लोग आ चुके हैं !
- इसकी अभी तक कोई एक वैक्सीन नहीं है इसलिए सभी देश पहले से बनी हुई किसी अन्य बीमारी के दवाओं का उपयोग कर रहे हैं !
- 21 मार्च को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक ट्वीट किया कि Hydroxychloroquine और Azithromycin को एक साथ लेकर इस बीमारी से लड़ा जा सकता है ! साथ ही इन दवाओं को उन्होंने गेम चेंजर बताया !
- हालांकि इस ट्वीट के तुरंत बाद US National Institute of allergy and infectious disease के प्रमुख Anthony Fauci ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर के कहा कि अभी इन दवाओं के टेस्ट की जरूरत है कि यह कितनी कारगर एवं सुरक्षित हैं !
- ट्रंप के इस ट्वीट के बाद कोरोनावायरस से संक्रमित कई लोगों ने इसको खाया जिसके कारण कई लोगों की मौत हो चुकी है !
- चीन की Zhejiang यूनिवर्सिटी द्वारा एक शोध किया था जिसमें यह बात सामने आई कि जिन लोगों को Chloroquine के डोज दिए गए उन्हें इसका लाभ मिला वहीं इसी प्रकार की एक रिसर्च फ्रांस में भी की गई थी, उसमे भी इस प्रकार के तथ्य सामने आए ! हालांकि यह दोनों रिसर्च बहुत छोटे स्तर पर किए गए थे !
- सिनकोना के पौधे से Quinine प्राप्त होता है जिसका प्रयोग मलेरिया में किया जाता है !
- इसके फायदे को देखते हुए इसका केमिकल रसायन Chloroquine 1930 के दशक में जर्मनी के वैज्ञानिकों द्वारा बनाया गया ! आगे चलकर इसी का एक प्रकार Hydroxychloroquine बनाया गया !
- उष्ण एवं आर्द्र देशों में इनका प्रयोग बड़ी मात्रा में मलेरिया की दवा के रूप में होता है !
- भारत में भी मलेरिया के केस बहुत बड़ी संख्या में मिलते हैं इसलिए भारत इसका विश्व के अग्रणी उत्पादक देश के रूप में जाना जाता है !
- भारत में भी अन्य देशों की तरह कोरोनावायरस से निपटने के लिए कई अन्य बीमारियों के दवाओं का प्रयोग किया जा रहा है जैसे HIV के दवाओं के कुछ मिश्रण का !
- भारत सरकार ने ICMR के अधीन Covid-19 के लिए एक National Task Force गठित किया है !
- इस टास्क फोर्स ने कहा है कि Covid-19 के High-Risk Cases में Hydroxy-chloroquine का प्रयोग किया जा सकता है !
- टास्क फोर्स के प्रस्ताव को DCGI ( Drug Controller General of India) ने भी Crisis Situation में लिमिटेड यूज की अनुमति प्रदान कर दी है ! इसका प्रयोग Health Workers और Asymptomatic Household Contacts कर सकते हैं !
- भारत के पास Hydroxychloroquine का पर्याप्त भंडार है लेकिन यहां की कंपनियों द्वारा इसके निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया गया है जिससे इस दवा का अभाव उत्पन्न ना हो !
- 5 अप्रैल को डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के प्रधानमंत्री से बात करने के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह कहा कि उन्होंने PM मोदी से इस दवा के अमेरिका को निर्यात करने की अपील की है !
- अमेरिका के पास यह दवा अभी है लेकिन इसके बढ़ते उपयोग के कारण अमेरिका ने भारत के साथ-साथ अन्य देशों से इसकी मांग की है !
- भारत की कई फार्मास्युटिकल्स कंपनियां इसका उत्पादन करती हैं और बढ़ती मांग हो पूरा करने में सक्षम भी हैं ! उन्होंने कहा की यह प्रति माह 40-50 करोड़ टेबलेट उत्पादन कर सकते हैं !
- अमेरिका का मानना है कि इसके प्रभाव से कोरोनावायरस की वजह से सांस की जो समस्या उत्पन्न होती है, जिसके लिए वेंटीलेटर का प्रयोग किया जाता है, में सहायक हो सकती है ! अर्थात इससे कोरोनावायरस समाप्त नहीं होता है लेकिन इसके घातक प्रभाव से बचा जा सकता है !
- भारत सरकार ने प्रतिबंध इस पर इसलिए लगा रखा है क्योंकि यहां जनसंख्या बहुत बड़ी है और इसका अभाव उत्पन्न ना हो जाए !
- भारत के कंपनियों द्वारा इसका उत्पादन तुरंत नहीं बढ़ाया जा पा रहा है क्योंकि इसके लिए आवश्यक Active Pharmaceutical ingredients (API) चीन से बड़ी मात्रा में आयात किया जाता है जो अभी नहीं हो पा रहा है !
- भारतीय कंपनियों ने API का चीन से एयरलिफ्ट कराने की अपील की है जिससे इसका स्टॉक बढ़ाया जा सके !